19 September Class 12th Physics Question Paper Half Yearly Exam 2025
Subject | Physics |
Exam Date | 19.9.2025 |
Class 12th | Bihar Board |
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Bihar Board 12th Half Yearly Exam Physics Question Paper 2025 Download
Bihar Board 12th Half Exam September 2025-26
कितने सिलेबस से प्रश्न रहेंगे Half Yearly Exam 2025 Syllabus
कक्षा 12th के अर्धवार्षिक परीक्षा 2025 का प्रश्न पत्र आपके विद्यालय में अगस्त माह तक पढ़ाए गए पाठ से प्रश्न आएगा
इस परीक्षा में फेल करने पर क्या होगा ?
यह विद्यालय के स्तर पर आयोजित होने वाली अर्धवार्षिक जांच परीक्षा है। इसलिए इस परीक्षा में भाग लेना अनिवार्य है और इसका अंक annual एग्जाम 2026 में नहीं जोड़े जाएंगे।
अर्धवार्षिक परीक्षा Exam 2025-EXAM CENTER
इस परीक्षा का आयोजन आपके विद्यालय के स्तर पर होगा। अर्थात की जिस भी विद्यालय में आपका नामांकन है। उसी में जाकर आपको परीक्षा देना पड़ेगा ।
Admit Card Half Yearly Exam 2025
इस परीक्षा के लिए बिहार बोर्ड के तरफ से कोई भी ऑफिशियल एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जाएगा। क्योंकि यह आपके विद्यालय के स्तर पर आयोजित होने वाला एकमात्र आंतरिक जांच परीक्षा है।
अर्धवार्षिक परीक्षा नहीं देंगे तो क्या होगा ?
बोर्ड ने साफ सुथरे शब्दों में सभी विद्यालय को निर्देश दिया हैं, यदि कोई छात्र/छात्रा परीक्षा में शामिल नहीं होंगे तो उनको किसी भी परिस्थिति में फाइनल परीक्षा में भाग नहीं ले सकते हैं
क्या अर्धवार्षिक परीक्षा के कॉपी Check होता हैं?
जी हां, जब आपकी परीक्षा सम्पन्न हो जाती हैं, तब आपके कॉपी को आपके विद्यालय/कॉलेज के शिक्षकों के द्वारा चेक की जाती हैं। तथा इसका फाइनल रिजल्ट बोर्ड ऑफिस को भेजा भी जाता हैं।
अर्धवार्षिक परीक्षा का महत्व
यदि आप भी कक्षा 12वी की अर्धवार्षिक परीक्षा देने जा रहे हैं या देने वाले हैं तो आप सभी को इस परीक्षा में भाग लेना अति आवश्यक है त्रैमासिक परीक्षा का उद्देश्य छात्रों की आगे की कक्षा में प्रवेश करने से पहले उसकी तैयारी को जांच किया जाए और तैयारी को बेहतर किया जाए ताकि वह आगे परीक्षा में किसी भी प्रकार में उनको दिक्कत ना हो और उनको जो भी कमजोरी है वह उसको सुधार सके इसलिए अर्धवार्षिक परीक्षा लिया जाता है
Class 12th Physics Objective Answer Key 2025
1.B | 11.C | 21.C | 31.D |
2.B | 12.A | 22.C | 32.D |
3.C | 13.B | 23.C | 33.A |
4.C | 14.A | 24.B | 34.C |
5.A | 15.D | 25.A | 35.C |
6.A | 16.B | 26.D | 36.C |
7.B | 17.D | 27.C | 37.B |
8.B | 18.B | 28.B | 38.C |
9.A | 19.D | 29.C | 39.B |
10.B | 20.B | 30.C | 40.C |
41.C 42.C 43.B 44.B 45.C 46.C 47.C 48.A 49.B 50.C
Download Subjective Question
1. आवेश के आयतन घनत्व की परिभाषा दें। इसके S.I. मात्रक को लिखें।
Ans.आवेश का आयतन घनत्व अंतरिक्ष के प्रति इकाई आयतन में मौजूद विद्युत आवेश की मात्रा है, जिसे ρ (रो) से दर्शाया जाता है. इसका SI मात्रक **कूलम्ब प्रति घन मीटर (C/m³) ** है, जो आवेश (कूलम्ब) को आयतन (घन मीटर) से विभाजित करने पर प्राप्त होता है.
Q. 2 किसी सतह पर विद्युत फ्लक्स की परिभाषा दें।
Ans- वैद्युत फ्लक्स- किसी वैद्युत क्षेत्र में स्थित किसी काल्पनिक पृष्ठ से, पृष्ठ के लम्बवत दिशा में गुजरने वाली कुल वैद्युत बल रेखाओं की संख्या को उस पृष्ठ से बद्ध वैद्युत फ्लक्स कहते हैं। इसे DE से प्रदर्शित करते है।
Q. 3 गांस और एम्पीयर के नियमों की तुलना करें।
Ans- गाउस नियम विद्युत क्षेत्र से संबंधित है जो स्थिर आवेशों से उत्पन्न होता है, जबकि एम्पीयर का नियम चुंबकीय क्षेत्र से संबंधित है जो विद्युत धाराओं द्वारा उत्पन्न होता है। गाउस नियम एक बंद सतह से गुजरने वाले विद्युत प्रवाह को बताता है, जबकि एम्पीयर का नियम किसी बंद लूप के चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र के परिसंचरण को बताता है। दोनों नियम विद्युत चुंबकत्व में समाकल (integral) विधियाँ हैं, जो उच्च समरूपता (high symmetry) वाले मामलों में विद्युत और चुंबकीय क्षेत्रों की गणना करने की प्रक्रिया को सरल बनाती हैं
Q. 4 चालक में इलेक्ट्रॉन का अपवाही बैग के लिए व्यंजक निकालें।
Ans- वह औसत वेग जिससे चालक में मुक्त इलेक्ट्रॉन अणुओं से टकराते हुए बाह्य विधुत क्षेत्र के प्रभाव में धन की तरफ आगे बढ़ते है, अपवाह या अपवहन वेग कहते है।
Q. 5 किसी समान्तर पट्टिका संधारित्र में दूसरे प्लेट की क्या भूमिका है ?
Ans- समानांतर पट्टिका संधारित्र में दूसरी प्लेट पहली प्लेट को आवेश ग्रहण करने में मदद करती है, जिससे संधारित्र की धारिता बढ़ती है और प्लेटों के बीच एक समान विद्युत क्षेत्र बनता है। यह बिना संपर्क के पारस्परिक प्रेरण (mutual induction) द्वारा विपरीत आवेश प्राप्त करती है, जिससे पहली प्लेट का विभव कम हो जाता है और उसमें अधिक आवेश जमा किया जा सकता है।
Q. 6 आवेश संरक्षण का सिद्धांत क्या है?
Ans- आवेश संरक्षण का सिद्धांत कहता है कि एक पृथक (या बंद) प्रणाली का कुल विद्युत आवेश सदैव स्थिर रहता है, अर्थात आवेश को न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है, केवल उसे एक वस्तु से दूसरी वस्तु में स्थानांतरित किया जा सकता है। किसी भी प्रक्रिया से पहले और बाद में निकाय का शुद्ध आवेश समान रहता है।
7 विभवमापी के दो उपयोगों को लिखें।
Ans- विभवमापी के दो मुख्य उपयोग हैं किसी सेल के विद्युत वाहक बल (emf) का सटीक मापन करना और दो सेलों के विद्युत वाहक बल की तुलना करना। इसके अतिरिक्त, इसका उपयोग किसी सेल के आंतरिक प्रतिरोध का मान ज्ञात करने और किसी विद्युत परिपथ के दो बिंदुओं के बीच विभवांतर का मापन करने के लिए भी किया जा सकता है।
Q. 8 आभासी नमन से आप क्या समझते हैं ?
Ans- पृथ्वी के चुम्बकीय याम्योत्तर के अँलावा अन्य याम्योत्तर में नमन कोण के मान को ही आभासी नमन कहा जाता है।
Q.9 धातु की प्रतिरोधकता पर तापमान बढ़ने का क्या असर होता है ?
Ans- (i) चालक- ताप बढ़ाने पर चालक की प्रतिरोधकता बढ़ जाती हैं
(ii) अर्द्धचालक-ताप बढ़ाने पर अर्धचालक की प्रतिरोधकता कम हो जाती है।
(iii) विधुत-अपघट्य- ताप बढ़ाने पर विधुत-अपघट्य की प्रतिरोधकता कम हो जाती है।
Q. 10 विद्युत बाहक बल एवं विभबांतर में क्या अन्तर है?
Ans- विद्युत वाहक बल (emf) प्रति एकांक आवेश को पूरे परिपथ में (सेल सहित) प्रवाहित करने में स्रोत द्वारा दी गई ऊर्जा है, जबकि विभवांतर परिपथ में किन्हीं दो बिंदुओं के बीच एकांक आवेश को प्रवाहित करने में प्रयुक्त ऊर्जा है. विद्युत वाहक बल परिपथ के आंतरिक प्रतिरोध से स्वतंत्र होता है, लेकिन विभवांतर परिपथ के प्रतिरोध पर निर्भर करता है. विद्युत वाहक बल हमेशा विभवांतर से अधिक होता है और खुले परिपथ में भी मौजूद होता है.